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कांग्रेस की आपसी गुटबाजी को छिपाने जीतू और उमंग एकजुटता की कर रहे नौटंकी : विश्वास सारंग


The Digital 24 मध्य प्रदेश डेस्क : भोपाल,मध्यप्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग ने सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार-वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और उमंग सिंघार ने आनन-फानन में पत्रकार-वार्ता में गलत तथ्यों को प्रस्तुत कर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर असत्य, निराधार और तथ्यहीन आरोप लगाए हैं, वह सिर्फ झूठ का पुलिंदा है। कांग्रेस नेताओं की मंशा मध्यप्रदेश को बदनाम करने की है। जीतू पटवारी और उमंग सिंघार की यह पत्रकार-वार्ता क्या कांग्रेस पार्टी की आपसी गुटबाजी को छिपाने के लिए थी ? मंत्री श्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने आज दिल्ली स्थित अपने आकाओं को खुद की प्रासंगिकता साबित करने के लिए यह निराधार पत्रकार-वार्ता की है। जल्दबाजी में कांग्रेस नेताओं ने गलत तथ्य जनता के सामने प्रस्तुत कर दिए। ऐसा लगता है कि जीतू पटवारी और उमंग सिंघार ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर झूठे आरोप लगाकर कांग्रेस पार्टी की कमलनाथ सरकार के तबादला उद्योग और कर्ज की स्थिति को जनता के सामने लाना चाहते थे। कांग्रेस नेताओं को इस तरह के झूठे आरोप लगाकर जनता को भ्रमित नहीं करना चाहिए। मध्यप्रदेश की जनता समझदार है और कांग्रेस के इस तरह के आरोपों से भ्रमित होने वाली नहीं है। भाजपा सरकार ने संकल्प-पत्र के 456 बिंदुओं में एक साल के अंदर ही 50 घोषणाओं को पूरा करने के साथ 310 पर सुचारू रूप से कार्य शुरू कर दिया है।

मध्यप्रदेश सरकार विकास व कल्याण के नए आयाम स्थापित कर रही है

मध्यप्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश में विकास व जनकल्याण के नए आयाम स्थापित कर रही है। भाजपा सरकार जनता के कल्याण के साथ पुरानी योजनाओं को सफल संचालन कर जनता तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों को सही दाम, महिलाओं को सम्मान के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की चार जातियों महिला, युवा, किसान व गरीब के विकास कार्यों को मूर्त रूप देने का कार्य कर रही है। श्री सारंग ने कहा कि भाजपा सरकार पर आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और उमंग सिंघार को एक बार कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना की कांग्रेस सरकारों की स्थिति भी देख लेनी चाहिए थी। मध्यप्रदेश की सभी पुरानी योजनाओं के साथ विकास की नई योजनाएं भी चल रही हैं, वहीं कांग्रेस शासित कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना की सरकारें विकास को दूर अपने कर्मचारियों को वेतन भी समय पर नहीं दे पा रही हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी अपने नेताओं को नसीहत दे चुके हैं कि जब घोषणाओं को पूरा नहीं कर पाते तो घोषणा करते क्यों हो?

कांग्रेस के आरोपों में एक भी यथार्थ नहीं

मध्यप्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि जीतू पटवारी और उमंग सिंघार द्वारा लगाए गए आरोपों में एक भी यथार्थ नहीं है। कांग्रेस ने झूठे आंकड़े जनता के समने प्रस्तुत कर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही हैं। कानून-व्यवस्था को लेकर लगाए गए आरोप निराधार है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नतृत्व में भाजपा सरकार महिला अपराध, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति को लेकर जीरो टॉलरेंस पर कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश में बीते एक वर्ष में अपराधों में 7.91 प्रतिशत की कमी आई है। अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए छह हजार से अधिक अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और 29 अपराधियों की 115 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है।  

संकल्प-पत्र में किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे, एक साल में अधिकांश पर कार्य शुरू

कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव में जनता के समक्ष विकास कार्यों का पांच साल का अपना संकल्प-पत्र प्रस्तुत किया था। संकल्प-पत्र ही तय करता है कि सत्ता में आने के बाद सरकार की क्या प्राथमिकताएं होंगी। मुझे आप लोगों को यह बताते हुए बहुत सुखद अनुभूति हो रही है कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने संकल्प-पत्र के 456 बिंदुओं में एक साल के अंदर ही 50 घोषणाओं को पूरा करने के साथ 310 पर सुचारू रूप से कार्य शुरू कर दिया है। जिन पर कार्य चल रहा है, उनमें से भी कई पूरी होने वाली हैं और जो बची हैं उन पर भी बहुत जल्दी सरकार कार्य शुरू करने जा रही है।

साढ़े तीन लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए, चार लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि वर्ष 2003 से पहले मध्यप्रदेश की सड़क, बिजली, पानी, चिकित्सा, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर क्या स्थिति थी यह मध्यप्रदेश की जनता से छिपा नहीं है। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था। 2003 में भाजपा की सरकार बनने के बाद मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर निकालकर विकासशील राज्य बनाया। मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है और आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देश और दुनिया से निवेश लाने का कार्य कर रहे हैं। मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहां संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव हर जिले और हर गांव तक विकास को पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरू, कोयंबटूर में रोड शो और उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, सागर व ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में 2 लाख 76 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को ब्रिटेन और जर्मनी की यात्रा के दौरान भी 78 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इस तरह मध्यप्रदेश को साढ़े तीन लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे करीब चार लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा।

कमलनाथ सरकार ने हर माह कर्ज लिया, हमारी सरकार ने एक-एक रूपए विकास में लगाए

मध्यप्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि जीतू पटवारी ने आज मध्यप्रदेश सरकार पर कर्ज लेने को लेकर जो आरोप लगाए हैं, वह पूरी तरह से निराधार हैं। जीतू पटवारी को पता नहीं कौन गलत आंकड़े देकर गुमराह कर रहा है। दरअसल जीतू पटवारी भाजपा सरकार पर कर्ज के गलत आंकड़े प्रस्तुत कर कमलनाथ सरकार के कर्ज के आंकड़ों को जनता के सामने लाने का प्रयास कर रहे थे। कमलनाथ की कांग्रेस सरकार ने लगभग हर माह कर्ज लिया है और औसतन हर माह एक हजार करोड़ से अधिक कर्ज लिया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और हमारी सरकार ने जितना भी कर्ज लिया है, उसका एक-एक रूपए प्रदेश के विकास में लगाए हैं। 

तबादला उद्योग को लेकर कमलनाथ पर निशाना साध रहे पटवारी

कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि जीतू पटवारी ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर तबादला उद्योग चलाने का आरोप लगाया है। यह कितना हास्यास्पद आरोप है। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार बनने के बाद से आज तक प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के तबादलों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। एक भी तबादला नहीं हो रहा है। प्रशासनिक व्यवस्था की दृष्टि से आईएएस, आईपीएस व वरिष्ठ अधिकारियों के ही चुनिंदा तबादले हुए हैं। दरअसल पटवारी कमलनाथ के कार्यकाल के तबादला उद्योग को लेकर कमलनाथ पर निशाना साधने के लिए ऐसा आरोप लगा रहे हैं। 

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